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हालिया शोध के अनुसार इंसानों और अन्य स्तनधारियों में Y क्रोमोसोम धीरे-धीरे गायब हो रहा है, जिससे भविष्य में मानव प्रजाति के अस्तित्व पर सवाल खड़े हो सकते हैं। Y क्रोमोसोम वह महत्वपूर्ण क्रोमोसोम है जो पुरुषों में लिंग निर्धारण करता है। मानव Y क्रोमोसोम में केवल 55 सक्रिय जीन बचे हैं, जबकि पहले इसमें लगभग 900 जीन थे। अगर यही दर बनी रही तो अगले 11 मिलियन वर्षों में Y क्रोमोसोम पूरी तरह गायब हो सकता है। हालांकि वैज्ञानिकों ने इस स्थिति से बचने का भी एक विकल्प सुझाया है, जिसमें इंसान एक नया लिंग निर्धारण जीन विकसित कर सकता है।
चूहों में पाया गया समाधान: नए जीन से बच सकती है प्रजाति
हालांकि Y क्रोमोसोम के गायब होने का खतरा निश्चित है, लेकिन यह भी सच है कि कुछ जीव-जंतु इस संकट से सफलतापूर्वक निपट चुके हैं। जापान के स्पाइनी चूहों और पूर्वी यूरोप के मोल वोल्स में Y क्रोमोसोम पूरी तरह गायब हो चुका है लेकिन उन्होंने एक नया लिंग निर्धारण जीन विकसित कर लिया है। 2022 में प्रकाशित एक अध्ययन में यह पाया गया कि स्पाइनी चूहों के जीनोम में एक छोटा सा डुप्लिकेशन हुआ है, जो SOX9 नामक प्रमुख लिंग निर्धारण जीन को सक्रिय करता है। इस बदलाव ने SRY जीन की जरूरत को खत्म कर दिया, जो अन्य स्तनधारियों में पुरुष लिंग निर्धारण का काम करता है।
इंसानों के लिए भविष्य का परिदृश्य: नए लिंग जीन के विकास के खतरे
हालांकि यह संभव है कि इंसान भी एक नया लिंग निर्धारण जीन विकसित कर सकते हैं, लेकिन इस प्रक्रिया में जोखिम भी जुड़े हुए हैं। यदि अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न नए लिंग निर्धारण जीन विकसित होते हैं तो यह नई प्रजातियों के निर्माण का कारण बन सकता है। यह स्थिति ऐसी हो सकती है कि भविष्य में धरती पर कई अलग-अलग मानव प्रजातियां पाई जाएं जो केवल अपने लिंग निर्धारण प्रणाली के आधार पर एक-दूसरे से अलग हों। इसलिए Y क्रोमोसोम का गायब होना न केवल मानवता के अस्तित्व के लिए बल्कि उसकी विविधता के लिए भी एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।