image credit- twitter snap
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को ओलंपिक खेलों में अयोग्य घोषित किए जाने के खिलाफ दायर की गई अपील को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) के एड-हॉक डिवीजन ने खारिज कर दिया है। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने बुधवार, 14 अगस्त 2024 को इस फैसले की जानकारी दी। विनेश फोगाट को पिछले सप्ताह पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल फाइनल के दौरान 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य करार दिया गया था। इस अपील के खारिज होने से न केवल विनेश बल्कि पूरे भारतीय खेल समुदाय में निराशा की लहर दौड़ गई है।
IOA अध्यक्ष पी.टी. उषा की प्रतिक्रिया
भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पी.टी. उषा ने इस निर्णय पर गहरा दुख और आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने एक बयान में कहा- “CAS के सोल आर्बिट्रेटर द्वारा विनेश फोगाट की याचिका को खारिज किए जाने का निर्णय अत्यंत निराशाजनक है। इस निर्णय का विनेश के व्यक्तिगत करियर और सारे खेल समुदाय पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।”
उषा ने इस निर्णय को खेल भावना के खिलाफ बताया और कहा कि विनेश ने इस प्रतियोगिता में कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के साथ भाग लिया था, लेकिन इस तरह के परिणाम से उनके सपनों पर पानी फिर गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह निर्णय भविष्य में खिलाड़ियों और उनकी तैयारियों को भी प्रभावित कर सकता है।
अपील का आधार और CAS का निर्णय
विनेश फोगाट ने अपनी अपील में यह मांग की थी कि उन्हें महिलाओं की 50 किलोग्राम वर्ग में एक साझा रजत पदक दिया जाए क्योंकि वजन की मामूली अधिकता से उनके पूरे प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी तर्क दिया था कि उनका प्रदर्शन उनकी क्षमता का प्रतीक है और सिर्फ 100 ग्राम अधिक वजन के कारण उन्हें पदक से वंचित करना उचित नहीं है।
हालांकि CAS ने उनके इस तर्क को अस्वीकार कर दिया और उनकी याचिका को खारिज कर दिया। CAS ने अपने निर्णय में कहा कि खेल के नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करना अनिवार्य है और इसमें किसी भी प्रकार की छूट की अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने यह भी कहा कि वजन माप के दौरान विनेश का वजन निर्धारित सीमा से अधिक था जो नियमों के अनुसार उनके अयोग्य होने का कारण बना।
भारत की ओलंपिक पदक तालिका
विनेश फोगाट की अपील खारिज होने के बाद पेरिस ओलंपिक में भारत की पदक तालिका अब कुल छह पदकों तक सीमित रह गई है, जिसमें एक रजत और पांच कांस्य पदक शामिल हैं। यह स्थिति भारतीय खेल जगत के लिए निराशाजनक है, क्योंकि विनेश फोगाट से पदक की उम्मीद की जा रही थी।