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उदयपुर में चाकू हमले के बाद मचे हंगामे के बीच 15 वर्षीय लड़के की मौत ने शहर में तनाव बढ़ा दिया है। इस हमले के बाद से ही उदयपुर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। चार दिनों तक जीवन और मौत के बीच जूझने के बाद देवराज नाम के छात्र ने सोमवार को दम तोड़ दिया।
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बहन ने राखी बांधी थी अस्पताल में
देवराज की मौत से कुछ ही समय पहले उसकी बहन ने रक्षाबंधन के मौके पर अस्पताल में उसकी कलाई पर राखी बाँधी थी। यह जानकारी उदयपुर कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने दी। लड़के का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिसके बाद उसे परिवार को सौंपा जाएगा।
आरोपी छात्र गिरफ्तार, घर पर चला बुलडोजर
घटना के बाद आरोपी छात्र को हिरासत में ले लिया गया है, और उसके पिता को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद जिला प्रशासन ने आरोपी के परिवार के घर पर बुलडोजर चलाया, जिसे वन भूमि पर अवैध रूप से बना हुआ बताया गया। इस कार्रवाई में पुलिस बल भी मौजूद था।
घटना से भड़की सांप्रदायिक हिंसा,प्रशासन की पूरी तरह से स्थिति पर नजर
शुक्रवार को हुए इस हमले के बाद उदयपुर में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी। कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और एक दुकान में तोड़फोड़ की गई। प्रदर्शनकारियों ने मदरन इलाके में एकत्र होकर पत्थरबाजी की और तीन से चार कारों को आग लगा दी।
स्थिति के बिगड़ने के बाद बापू बाजार, हाथीपोल, घंटाघर, चेतक सर्कल और आसपास के क्षेत्रों में बाजार बंद कर दिए गए। हिंसा के कारण प्रशासन ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। इसके साथ ही सार्वजनिक सभाओं पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
उदयपुर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन पूरी तरह से स्थिति पर नजर रखे हुए है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।