पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा में एक सार्वजनिक रैली के दौरान तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद अरुप चक्रवर्ती ने डॉक्टरों को आंदोलन के दौरान जनता के संभावित आक्रोश से न बचाने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा- “अगर आपके हड़ताल के कारण किसी मरीज की मौत होती है और जनता का गुस्सा आप पर टूटता है तो हम आपको नहीं बचा पाएंगे।” यह बयान उन्होंने देशभर में जारी डॉक्टरों की हड़ताल के बीच दिया जो कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक पीजी प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद शुरू हुई थी।
डॉक्टरों की हड़ताल और सार्वजनिक गुस्से का खतरा
डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर अरुप चक्रवर्ती का बयान तब आया जब 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद चिकित्सा समुदाय में आक्रोश फैल गया था। चक्रवर्ती ने हड़ताल के दौरान डॉक्टरों को चेतावनी देते हुए कहा- “अगर वे हड़ताल के नाम पर घर जाते हैं और लोगों को इलाज नहीं मिलता तो स्वाभाविक रूप से उनका गुस्सा डॉक्टरों पर गिरेगा और हम उन्हें बचा नहीं पाएंगे।”
ममता बनर्जी के समर्थन में TMC के नेता, विरोधियों को दी चेतावनी
जब डॉक्टरों के आंदोलन ने जोर पकड़ा और 14 अगस्त को विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों पर भीड़ ने हमला किया तो भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर देशभर के डॉक्टरों की हड़ताल की घोषणा की। इस बीच TMC के अन्य नेता जैसे कल्याण बनर्जी और बंगाल उदयन गुहा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समर्थन में बयान दिए और उनकी सरकार को कमजोर करने की कोशिश करने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।