बजट 2024 पर चर्चा के दौरान तकरार
कल लोकसभा में बजट 2024 पर चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता अभिषेक बनर्जी और स्पीकर ओम बिरला के बीच तीखी तकरार देखने को मिली। अभिषेक बनर्जी ने अपने भाषण में आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा उनके दूसरे कार्यकाल में लाए गए तीन कृषि कानून बिना किसानों से परामर्श किए पारित किए गए थे। इन कानूनों को अंततः वापस लेना पड़ा। इस आरोप पर स्पीकर बिरला ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर सदन में साढ़े पांच घंटे तक चर्चा हुई थी। इसके बावजूद बनर्जी ने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा- जब स्पीकर बोलते हैं, तो वे सही बोलते हैं। आप खुद को सुधारें।
नोटबंदी का जिक्र
अभिषेक बनर्जी जो पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर का प्रतिनिधित्व करते हैं और टीएमसी के मुखिया ममता बनर्जी के बाद पार्टी में दूसरे स्थान पर माने जाते हैं, उन्होने अपने भाषण के दौरान नरेंद्र मोदी सरकार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर निशाना साधा। उन्होंने नोटबंदी का मुद्दा भी उठाया, जिस पर स्पीकर बिरला ने उन्हें 2024 के बजट पर ही बने रहने की सलाह दी। लेकिन बनर्जी ने पलटवार करते हुए कहा- “कुछ दिन पहले इसी सदन में आपातकाल पर चर्चा हुई थी, जो 50 साल पहले हुआ था। तो मैं नोटबंदी पर क्यों नहीं बोल सकता?“
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बजट पर अभिषेक बनर्जी की आलोचना
अभिषेक बनर्जी ने बजट 2024 की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें स्पष्ट दृष्टिकोण की कमी है और यह बजट बीजेपी के सहयोगी दलों को खुश करने के लिए तैयार किया गया है न कि भारत के 140 करोड़ लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए। उन्होंने बजट को दो राजनीतिक दलों – सहयोगी जेडीयू और टीडीपी के हित में तैयार करने का आरोप लगाया। बनर्जी ने आरोप लगाया कि बजट बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए बहुत उदार है, जबकि अन्य राज्यों की उपेक्षा की गई है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का पलटवार
टीएमसी की आलोचना पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पिछले दशक में शुरू की गई कई योजनाएं पश्चिम बंगाल में लागू नहीं हुई हैं और अब राज्य की हिम्मत है कि वह बजट की आलोचना कर रहा है। बनर्जी ने सीतारमण को चुनौती दी कि वे 2021 के राज्य चुनावों में बीजेपी की हार के बाद से बंगाल को आवंटित धन का श्वेत पत्र जारी करें। उन्होंने केंद्र सरकार पर मनरेगा और पीएम आवास योजना के तहत बंगाल के लिए स्वीकृत धनराशि को रोकने और देरी करने का भी आरोप लगाया।
अभिषेक बनर्जी का अंतिम चेतावनी वाला अंदाज
अपने भाषण के अंत में अभिषेक बनर्जी ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा- “आप बीजेपी वाले उधार के समय पर हैं। कुर्सी की पेटी बांध लीजिए, मौसम बिगड़ने वाला है।” उनके इस बयान ने सदन में माहौल को और भी गरमा दिया। इस विवादित चर्चा ने बजट 2024 पर लोकसभा में बहस को और तीव्र बना दिया।