image credit-https://x.com/IDF snaps
लेबनान स्थित आतंकवादी संगठन हिज़बुल्लाह और इज़राइल के बीच आज बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई की घोषणा की गई है। हिज़बुल्लाह, जो ईरान समर्थित समूह है, उसने बयान जारी कर बताया कि उसने इज़राइल के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों पर “320 से अधिक” कत्युशा रॉकेट दागे हैं। इस हमले के जवाब में इज़राइल ने लेबनान में हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर प्री-एम्पटिव स्ट्राइक की।
इज़राइल का प्री-एम्पटिव स्ट्राइक, हिज़बुल्लाह के रॉकेट लॉन्चरों को बनाया निशाना
इज़राइली रक्षा बल (IDF) ने रविवार सुबह बताया कि उन्होंने हिज़बुल्लाह द्वारा इज़राइली क्षेत्र पर “बड़े पैमाने पर” हमले की तैयारियों का पता लगाया था, जिसके जवाब में इज़राइली वायु सेना (IAF) ने लेबनान में उन ठिकानों को निशाना बनाया जहां से इज़राइली नागरिकों के लिए तत्काल खतरा था। इज़राइल का कहना है कि उनके फाइटर जेट्स ने दक्षिणी लेबनान में हिज़बुल्लाह के हजारों रॉकेट लॉन्चरों पर हमला किया, जो उत्तरी और मध्य इज़राइल को निशाना बना रहे थे।
इज़राइली सेना के एक बयान में कहा गया- “लगभग 100 IAF फाइटर जेट्स ने … दक्षिणी लेबनान में स्थित हजारों हिज़बुल्लाह रॉकेट लॉन्चर बैरल्स को नष्ट कर दिया, जो अधिकांश उत्तरी इज़राइल और कुछ मध्य इज़राइल की ओर लक्षित थे।”
हिज़बुल्लाह की प्रतिक्रिया: ड्रोन और रॉकेट हमले
यह तनाव उस समय और बढ़ गया जब हिज़बुल्लाह ने अपने सैन्य कमांडर फुआद शुकर की हत्या का बदला लेने का संकल्प लिया। समूह ने इस हमले को “युद्ध का सीधा उकसावा” करार दिया और इज़राइल पर हवाई हमलों की शुरुआत की। हिज़बुल्लाह ने कहा कि उसने “एक बड़ी संख्या में ड्रोन” का इस्तेमाल कर इज़राइल में गहरे अंदर तक हमले किए और “शत्रु के कई ठिकानों और आयरन डोम प्लेटफार्मों” को निशाना बनाया। समूह ने यह भी कहा कि “सैन्य अभियान पूरा होने में कुछ समय लगेगा।”
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज 04:00 GMT पर एक सुरक्षा कैबिनेट की बैठक बुलाई है। नेतन्याहू के कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार, इज़राइली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने अगले 48 घंटों के लिए देश में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है। इस “विशेष स्थिति” के तहत IDF होम फ्रंट कमांड को नागरिक आबादी पर प्रतिबंध लगाने के लिए विस्तारित अधिकार दिए गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और इज़राइली सुरक्षा उपाय
इज़राइल के बेन गुरियन इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने रविवार तड़के उड़ानों में देरी और डायवर्जन की घोषणा की। आपातकालीन सेवाओं ने भी अपनी तत्परता का स्तर बढ़ा दिया है, हिज़बुल्लाह के संभावित बड़े हमलों की आशंका को देखते हुए।
क्षेत्र में बढ़ते तनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए, संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा कि वह “इज़राइल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता रहेगा।” अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सावेट ने कहा- “राष्ट्रपति जो बाइडेन के निर्देश पर वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी लगातार अपने इज़राइली समकक्षों के साथ संवाद कर रहे हैं। हम इज़राइल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते रहेंगे और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए काम करते रहेंगे।”