‘रामचरितमानस’ को विश्व धरोहर के रूप में मिली मान्यता, क्या हैं इसके मायने

भारतीय साहित्य के अमूल्य रत्न ‘रामचरितमानस’ को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। यह घोषणा न केवल भारत के लिए, बल्कि समस्त विश्व के लिए एक गौरवशाली क्षण है। इस प्रतिष्ठित सम्मान के साथ रामचरितमानस ने अपने आप को विश्व साहित्य के महानतम कृतियों में स्थान दिलाया है।