कृष्ण जन्माष्टमी 2024 की हिंदी में शुभकामनाएँ: प्रियजनों के साथ साझा करने के लिए व्हाट्सएप संदेश, शुभकामनाएँ
ये शुभकामनाएं और संदेश आपके प्रियजनों के दिलों में उत्साह भर देंगे और जन्माष्टमी के पावन पर्व को और भी खास बना देंगे।
सत्य , निष्पक्ष , बेबाक़
ये शुभकामनाएं और संदेश आपके प्रियजनों के दिलों में उत्साह भर देंगे और जन्माष्टमी के पावन पर्व को और भी खास बना देंगे।
यहाँ की मान्यता है कि यहाँ पर जितना दान करेंगे ,उसका कई गुना फलित होकर मिलता है। इसीलिए यहां देशभर से व्यापारी और श्रद्धालु आते हैं। कृष्ण जन्माष्टमी के समय मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है और यहां भव्य आयोजन होते हैं, जिनमें भाग लेकर भक्त धन्य महसूस करते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में किसी भी देवी-देवता की मूर्ति की स्थापना सही दिशा में होनी चाहिए ताकि उनकी कृपा सदैव बनी रहे।
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म द्वापर युग में मथुरा के कारागार में हुआ था। उनके माता-पिता वासुदेव और देवकी थे, जिन्हें कृष्ण के मामा कंस ने कारागार में बंदी बना रखा था। कंस को देवकी के आठवें पुत्र से अपनी मृत्यु का भय था, इसलिए उसने देवकी की सभी संतानों को मार डाला। लेकिन जब श्रीकृष्ण का जन्म हुआ, तब उनके पिता वासुदेव ने उन्हें यमुना नदी पार कर गोकुल में नंद बाबा और यशोदा माता के पास सुरक्षित पहुंचा दिया।