सिनेमा स्टाइल में थ्रिसूर (Thrissur) सीट जीतकर राष्ट्रीय स्टार बने सुरेश गोपी (Suresh Gopi), केरल में भाजपा के लिए लिए जीत के दरवाजे खोले

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लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान ट्रोलिंग का सामना करने के बावजूद, प्रतिद्वंद्वियों की रणनीति को धता बताते हुए, Malayalam cinema एक्शन हीरो सुरेश गोपी ने 4 जून को थ्रिसूर सीट पर बीजेपी (BJP) के टिकट पर जीत दर्ज कर केरल में भगवा पार्टी के लिए इतिहास रच दिया।

केरल (Kerala) में बीजेपी के संघर्ष का फल

दूसरे शब्दों में, जन संघ के दिनों से लेकर अब तक केरल में लेफ्ट और कांग्रेस के वर्चस्व वाले राज्य में बीजेपी के दशकों के संघर्ष ने 2024 लोकसभा चुनाव में गोपी के माध्यम से सफलता पाई।

मंत्री पद पर कशमकश और पीएम मोदी (Prime Minister) का फोन

जीत के बाद, गोपी के राजनीतिक करियर में भी सिनेमाई मोड़ आए, जब उन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और फिल्म अनुबंधों का हवाला देते हुए मंत्री पद स्वीकार करने में प्रारंभिक अनिच्छा दिखाई। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोन पर दिल्ली जाने का निर्णय किया।

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थ्रिसूर में ऐतिहासिक जीत

मशहूर एक्शन और ड्रामा फिल्मों के लिए जाने जाने वाले गोपी ने करीब 75,000 वोटों के अंतर से थ्रिसूर सीट जीती, जो बीजेपी के लिए एक बड़ी सफलता साबित हुई। थ्रिसूर में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व और सामान्य कार्यकर्ताओं में गोपी की जीत से खुशी की लहर दौड़ गई।

थ्रिसूर की सांस्कृतिक महत्ता

थ्रिसूर की विशेषता है इसकी विविधता, जिसमें हिंदू, ईसाई और मुस्लिम समुदायों का योगदान शामिल है। मोदी के इस क्षेत्र से जुड़ाव और पार्टी के लिए इसके महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कई बार क्षेत्र का दौरा किया।

विवादों और ट्रोलिंग के बीच अभियान

गोपी का अभियान विवादों से घिरा रहा, जिसमें विपक्ष ने अल्पसंख्यकों तक पहुंचने के उनके सिनेमा-स्टाइल दृष्टिकोण को निशाना बनाया। उन्होंने चर्च और मस्जिद का दौरा किया, जिससे उन्हें ट्रोल किया गया, लेकिन उनके परिवार द्वारा ईसाई भजन गाने से उन्होंने कई दिल जीत लिए।

राजनीतिक करियर का उतार-चढ़ाव

गोपी का जन्म कोल्लम (Kollam) जिले में हुआ और मलयालम सिनेमा में घर-घर नाम बनने के बाद वे राजनीति में आए। 2019 और 2021 में चुनावी असफलताओं के बावजूद, उन्होंने 2024 में जोरदार वापसी की। उनके जनकल्याणकारी कार्यों और सामाजिक जुड़ाव ने उन्हें जनता के करीब लाया।

राज्य सभा (Rajya Sabha) सदस्यता और बीजेपी के साथ जुड़ाव

2016 में राज्यसभा के लिए नामांकित होने वाले गोपी ने 2022 तक सेवा दी। इस दौरान उन्होंने विकास और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की वकालत की, जो बीजेपी की मुख्य विचारधारा के साथ मेल खाती है। उनके सीधे व्यक्तित्व और दृढ़ भाषणों ने उन्हें जनता और प्रशंसकों के बीच लोकप्रिय बनाया।

बड़े नेताओं से मुकाबला

गोपी ने थ्रिसूर में वरिष्ठ कांग्रेस नेता के मुरलीधरन (K Muraleedharan) और लेफ्ट नेता सुनील कुमार को हराकर बड़ी जीत हासिल की। उनका यह सफर उनकी राजनीतिक ताकत और जनता से जुड़े रहने की क्षमता को दर्शाता है।

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