Himachal News-हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के सबसे बड़े उपनगर संजौली (sanjauli) में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर विवाद गहरा गया है। मस्जिद (himachal pradesh mosque) का निर्माण लंबे समय से अवैध बताया जा रहा है और स्थानीय हिंदू समुदाय के लोगों में इसके खिलाफ भारी आक्रोश है। बुधवार को हजारों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस दौरान पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए प्रदर्शनकारी मस्जिद तक पहुंच गए, जिससे इलाके में पथराव, लाठीचार्ज और वॉटर कैनन का इस्तेमाल हुआ। यह तनाव 14 साल पुराने अवैध निर्माण के विवाद के चलते बढ़ा, जो अब भी अदालत में लंबित है।

मारपीट की घटना ने बढ़ाई चिंगारी
यह मस्जिद विवाद हाल ही में हुई एक मारपीट की घटना के बाद तूल पकड़ गया। अगस्त महीने में मल्याणा में एक हिंदू दुकानदार विक्रम सिंह के साथ कुछ मुस्लिम युवकों द्वारा मारपीट की घटना सामने आई थी। आरोपियों ने विक्रम पर डंडे और रॉड से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। मारपीट के बाद आरोपियों ने कथित रूप से मस्जिद (shimla mosque) में छिपने का प्रयास किया, जिसके बाद हिंदू संगठनों ने इसे मुद्दा बनाकर प्रदर्शन किया और मस्जिद को अवैध घोषित कर उसे गिराने की मांग उठाई।
राजनीतिक हस्तक्षेप और मस्जिद का अवैध निर्माण
इस मस्जिद का निर्माण नगर निगम के कोर्ट में 2010 से लंबित है, लेकिन स्थानीय और राज्य प्रशासन ने इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की। मस्जिद को ढाई मंजिला बनाने की अनुमति दी गई थी, लेकिन पांच मंजिलें खड़ी कर दी गईं। इस मामले में नगर निगम की लापरवाही भी उजागर हुई है। बार-बार नोटिस जारी किए जाने के बावजूद अवैध निर्माण जारी रहा और बिजली-पानी का कनेक्शन भी नहीं काटा गया।
सियासी रंग और आगामी सुनवाई
मस्जिद विवाद अब सियासी रंग भी पकड़ चुका है। प्रदेश सरकार के मंत्री और स्थानीय विधायक अनिरूद्व सिंह ने विधानसभा में इस मस्जिद को पूरी तरह अवैध बताया और आरोप लगाया कि यह सरकारी जमीन पर बनाई गई है। वहीं वक्फ बोर्ड ने कोर्ट में दावा किया कि मस्जिद उनकी जमीन पर बनी है। यह मामला अब कोर्ट में लंबित है और 5 अक्टूबर को अगली सुनवाई होनी है।