सोमवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और देश में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच देश छोड़कर भाग गईं। इन प्रदर्शनों में कम से कम 300 लोगों की मौत हुई, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल थे। शेख हसीना गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर सी-130 हरक्यूलिस विमान से उतरीं और उनके पुत्र सजीब वाजेद जॉय ने इस पर प्रतिक्रिया दी।
सजीब वाजेद जॉय का बयान
अमेरिका में बसे सजीब वाजेद जॉय जो शेख हसीना के मुख्य सलाहकार भी थे, उन्होने कहा कि उनकी मां देश छोड़ना नहीं चाहती थीं, लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हें ऐसा करना पड़ा। जॉय ने कहा कि उनकी मां “अच्छे मूड” में हैं, लेकिन वह बहुत “निराश और दुखी” हैं। उन्होंने कहा- “यह उनका सपना था कि बांग्लादेश को एक विकसित देश बनाना और पिछले 15 सालों में उन्होंने इसे आतंकवाद और उग्रवाद से सुरक्षित रखा। इसके बावजूद, एक मुखर अल्पसंख्यक, विपक्ष और उग्रवादियों ने अब सत्ता पर कब्जा कर लिया है।”
हिंसा और राजनीति
सजीब वाजेद ने कहा कि शेख हसीना ने बांग्लादेश छोड़ दिया क्योंकि वह सड़कों पर खून-खराबा नहीं चाहती थीं। उन्होंने बताया कि हसीना ने 3 अगस्त को इस्तीफा देने का निर्णय लिया था, लेकिन प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण नहीं चाहते थे। जॉय ने कहा- “उन्होंने कुछ गलत नहीं किया…उन्होंने देश में सबसे अच्छी सरकार दी। उन्होंने लोहे के हाथों से उग्रवाद का सामना किया। वह 77 साल की हैं और अब अपने पोते-पोतियों के साथ समय बिताएंगी।”
सेना और राजनीतिक स्थिति
हसीना के देश छोड़ने के तुरंत बाद बांग्लादेश सेना प्रमुख वाकर-उज-ज़मान ने घोषणा की कि सेना एक अंतरिम सरकार का गठन करेगी और हालिया प्रदर्शनों के दौरान हुई सभी मौतों और अन्यायों की जांच की जाएगी। जॉय ने सेना द्वारा स्थिति को सामान्य करने में संदेह व्यक्त किया। उन्होंने एनडीटीवी से कहा-“वर्तमान में जो हो रहा है, उसमें विपक्ष और उग्रवादी न केवल तोड़फोड़ कर रहे हैं, बल्कि हमारे नेताओं, पूर्व मंत्रियों और यहां तक कि अल्पसंख्यकों का भी शिकार कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि हिंसा समाप्त हो गई है।”
प्रदर्शन और हसीना के परिवार की संपत्ति पर हमला
बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शाहाबुद्दीन ने जनवरी में हुए चुनावों के बाद बने संसद को भंग करने की घोषणा की और प्रदर्शनों के दौरान गिरफ्तार किए गए कैदियों और पूर्व प्रधानमंत्री व मुख्य विपक्षी नेता खालिदा जिया की रिहाई का आदेश दिया। सोमवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने हसीना के आधिकारिक निवास पर धावा बोला, जहां उन्होंने आगजनी की, फर्नीचर बाहर निकाला और फ्रिज से कच्ची मछली तक निकाल ली। उन्होंने हसीना के पारिवारिक घर को भी क्षति पहुंचाई, जो अब एक संग्रहालय है, जहां उनके पिता, बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति और स्वतंत्रता नेता शेख मुजीबुर रहमान की हत्या की गई थी।
जॉय ने एनडीटीवी से कहा- “वही ताकतें जो मेरे नाना को मारने के लिए जिम्मेदार थीं ,जिन्होंने बांग्लादेश की स्वतंत्रता का विरोध किया था – वर्तमान स्थिति का उपयोग हमारी कठिन संघर्ष की गई स्वतंत्रता को नकारने और नष्ट करने के लिए कर रही हैं।”