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राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित सांवरिया सेठ मंदिर कृष्ण भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है। भगवान श्रीकृष्ण के इस पवित्र मंदिर की महिमा दूर-दूर तक फैली हुई है। विशेषकर कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। आइए, इस लेख में हम सांवरिया सेठ मंदिर की विशेषता और वहां कैसे पहुंचा जाए, इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
सांवरिया सेठ मंदिर का महत्व
सांवरिया सेठ मंदिर का मुख्य आकर्षण भगवान श्रीकृष्ण की काले संगमरमर से बनी प्रतिमा है। यह मंदिर लगभग 250 साल पुराना है और यहां श्रीकृष्ण को व्यापारियों के देवता के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि जो भी भक्त यहां सच्चे मन से पूजा करता है, उसकी मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं। यहाँ की मान्यता है कि यहाँ पर जितना दान करेंगे ,उसका कई गुना फलित होकर मिलता है। इसीलिए यहां देशभर से व्यापारी और श्रद्धालु आते हैं। कृष्ण जन्माष्टमी के समय मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है और यहां भव्य आयोजन होते हैं, जिनमें भाग लेकर भक्त धन्य महसूस करते हैं।
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सांवरिया सेठ मंदिर तक कैसे पहुंचे?
रेल मार्ग द्वारा यात्रा
सांवरिया सेठ मंदिर तक रेल मार्ग द्वारा पहुंचना आसान है। मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन है, जो कि सांवरिया सेठ मंदिर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जिसमें दिल्ली, मुंबई, जयपुर, उदयपुर और अहमदाबाद जैसे शहर शामिल हैं। चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद श्रद्धालु टैक्सी या स्थानीय बस सेवाओं का उपयोग कर मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा यात्रा
सड़क मार्ग से सांवरिया सेठ मंदिर पहुंचने के लिए देशभर के विभिन्न शहरों से सीधी बस सेवाएं उपलब्ध हैं। राजस्थान के प्रमुख शहरों जैसे जयपुर, उदयपुर और कोटा से यहां के लिए नियमित बसें चलती हैं। अगर आप अपने वाहन से यात्रा कर रहे हैं तो जयपुर से लगभग 350 किलोमीटर, उदयपुर से 100 किलोमीटर और कोटा से 200 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। मंदिर तक पहुंचने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 48 (NH 48) और राज्य राजमार्गों से जुड़ी सड़कों का उपयोग किया जा सकता है। सड़क मार्ग से यात्रा करते समय आसपास के प्राकृतिक दृश्यों का आनंद भी लिया जा सकता है।
हवाई मार्ग द्वारा यात्रा
जो श्रद्धालु हवाई मार्ग से सांवरिया सेठ मंदिर आना चाहते हैं, उनके लिए निकटतम हवाई अड्डा महाराणा प्रताप हवाई अड्डा है, जो कि उदयपुर में स्थित है। उदयपुर हवाई अड्डा, सांवरिया सेठ मंदिर से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर है। उदयपुर हवाई अड्डा देश के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई से सीधी उड़ानों से जुड़ा हुआ है। हवाई अड्डे से मंदिर तक पहुंचने के लिए टैक्सी सेवा उपलब्ध होती है, जो आपको 2 घंटे के अंदर मंदिर तक पहुंचा देगी।
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कृष्ण जन्माष्टमी के विशेष आयोजन
सांवरिया सेठ मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इस दौरान मंदिर को भव्य रूप से सजाया जाता है और रातभर भजन-कीर्तन का आयोजन होता है। जन्माष्टमी की रात भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें भाग लेकर भक्त अत्यधिक आनंदित होते हैं। सांवरिया सेठ मंदिर में जन्माष्टमी का यह पर्व एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है, जो किसी भी कृष्ण भक्त के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकता है।
सांवरिया सेठ मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह भगवान श्रीकृष्ण के प्रति असीम श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक भी है। कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर यहां की यात्रा आपको आध्यात्मिक सुख के साथ-साथ एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेगी। चाहे आप रेल, सड़क या हवाई मार्ग से यात्रा करें, सांवरिया सेठ मंदिर तक पहुंचना सरल और सुविधाजनक है। तो इस जन्माष्टमी पर सांवरिया सेठ के दर्शन का लाभ उठाएं और अपनी श्रद्धा को और भी मजबूत बनाएं।