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गुजरात में पिछले दो दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने पूरे राज्य को जलमग्न कर दिया है। सोमवार को जन्माष्टमी का उत्सव भी ‘जलाष्टमी‘ के रूप में बदल गया। 251 तालुकों में 14 इंच तक बारिश दर्ज की गई, वहीं मंगलवार को 245 तालुकों में 10 इंच तक पानी बरसा। भारी बारिश से वड़ोदरा और राजकोट में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस संकट के बीच मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए राज्य में रेड अलर्ट जारी किया है। पिछले दो दिनों में भारी बारिश के चलते 7 लोगों की मौत हो चुकी है और कई जगहों पर स्थिति गंभीर बनी हुई है।
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र और प्रशासन की तैयारी
भारी बारिश के कारण नर्मदा डैम के 23 दरवाजे खोलने पड़े, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। वलसाड में औऱंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से 1152 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया, जबकि नवसारी में तीन नदियों के उफान पर होने के कारण 1573 लोगों को स्थानांतरित करना पड़ा। राजकोट में 12 घंटे में 11 इंच बारिश दर्ज की गई, जिससे आजी डैम 67 वर्षों में 20वीं बार ओवरफ्लो हुआ। राज्यभर में 34 स्टेट और 1 नेशनल हाईवे को बंद करना पड़ा, वहीं अहमदाबाद-मुंबई के बीच चलने वाली 30 ट्रेनों को रद्द किया गया। एसटी बसों के 433 रूट और 2081 ट्रिप भी रद्द करनी पड़ी, जिससे त्योहारों के दौरान यात्रा कर रहे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग की चेतावनी और आगामी दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में गुजरात के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जिन जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है, उनमें अहमदाबाद, आणंद, वड़ोदरा, राजकोट, सूरत, वलसाड, दमन, दीव और नवसारी शामिल हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में चल रहे राहत कार्यों के बावजूद अभी भी कई जगहों पर स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।