File Photo/credit- https://www.facebook.com/narendramodi
रूस और ऑस्ट्रिया के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने का अवसर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से रूस और ऑस्ट्रिया की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रवाना हो गए हैं। रूस के लिए विमान में सवार होने से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि ये दौरे रूस और ऑस्ट्रिया के साथ हमारी समय के साथ परखी हुई मित्रता को और मजबूत बनाने का एक शानदार अवसर होंगे।
Photo credit- https://www.facebook.com/narendramodi
भारतीय समुदाय के साथ बातचीत का उत्साह
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि वह इन देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं। यह यात्रा उनकी ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा होगी, जबकि रूस में वे 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
भारत-रूस संबंधों की समीक्षा
भारत-रूस संबंधों के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अपने मित्र राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा करने और विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा करने के लिए तत्पर हैं। पिछले दस वर्षों में ऊर्जा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और लोगों के बीच आदान-प्रदान जैसे कई क्षेत्रों में भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी में प्रगति हुई है।
ऑस्ट्रिया के साथ गहरे संबंध
ऑस्ट्रिया की यात्रा पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑस्ट्रिया, भारत का दृढ़ और विश्वसनीय साझेदार है और दोनों देश लोकतंत्र और बहुलवाद के आदर्शों को साझा करते हैं। श्री मोदी ने कहा कि वह अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वेंडर बेलन और चांसलर कार्ल नेहमर से मिलेंगे।
22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के प्रमुख मुद्दे
आकाशवाणी के संवाददाता ने रिपोर्ट किया कि 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान रक्षा, व्यापार संबंध, निवेश संबंध, ऊर्जा सहयोग, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों जैसे प्रमुख मुद्दे एजेंडा में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की पूरी श्रृंखला की समीक्षा करेंगे। वे पारस्परिक हित के समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेंगे।
भारतीय नागरिकों की जल्द रिहाई पर चर्चा
चर्चा के दौरान उन भारतीय नागरिकों की जल्द रिहाई का मुद्दा भी उठने की संभावना है, जिन्हें रूसी सेना की सेवा के सम्बन्ध में भ्रमित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस यात्रा से रूस और ऑस्ट्रिया के साथ भारत के संबंधों में और प्रगाढ़ता आने की उम्मीद है।