UP News -उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी तहसील इलाके में भेड़ियों के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है क्योंकि वन विभाग की कोशिशों के बावजूद भेड़ियों के हमले (wolf attack in Bahraich) लगातार जारी हैं। वन विभाग भेड़ियों (Wolves in Bahraich) को पकड़ने के लिए अभियान चला रहा है, लेकिन खूनी भेड़ियों की उपस्थिति से लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। मंगलवार रात को दो अलग-अलग गांवों में भेड़ियों ने दो बालिकाओं पर हमला किया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं।
हरदी थाने के ग्राम पंचायत मैकुपुरवा के मजरा गड़रियन पुरवा गांव की 11 वर्षीय सुमन अपनी मां के साथ सो रही थी, जब भेड़िए ने अचानक उस पर हमला कर दिया। यह घटना रात करीब 12 बजे की है। बच्ची के चिल्लाने पर उसकी मां लज्जावती ने शोर मचाया, जिसके बाद पड़ोसी भी दौड़े और भेड़िए को भगाया। भेड़िया सुमन को अपने जबड़ों में खींचकर ले जाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन समय रहते लोगों के शोर मचाने से वह भाग निकला।
खैरीघाट थाने के भवानीपुर के महजिदिया गांव की 12 वर्षीय शिवानी पर तड़के 4:45 बजे हमला हुआ। वह छप्पर के नीचे अपनी मां के साथ सो रही थी जब भेड़िया अचानक उस पर टूट पड़ा और जबड़े में दबाकर 15 मीटर तक घसीट ले गया। बच्ची की मां किरन के चिल्लाने पर पड़ोसी दौड़ पड़े और लोगों ने भेड़िए को भगाया। शिवानी को भी गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया।
प्रशासन और वन विभाग का सर्च ऑपरेशन जारी
घटना की सूचना मिलते ही खंड विकास अधिकारी हेमंत कुमार यादव और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। फिलहाल वन विभाग भेड़ियों को पकड़ने के लिए सक्रिय है, लेकिन इन हमलों से ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है।