चाईबासा में मुठभेड़
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में पांच माओवादी, जिनमें दो महिलाएं शामिल थीं, मारे गए। अधिकारियों ने बताया कि यह मुठभेड़ राज्य की राजधानी रांची से लगभग 200 किलोमीटर दूर स्थित लिपुंगा के पास गुआ पुलिस स्टेशन के अंतर्गत हुई।
मुठभेड़ का विवरण
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता और इंस्पेक्टर-जनरल (ऑपरेशन) अमोल वी. होमकर ने बताया, “सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में पांच माओवादी मारे गए। मृतकों में से एक जोनल कमांडर, दूसरा सब-जोनल कमांडर और बाकी स्क्वाड सदस्य थे। दो माओवादियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से एक एरिया कमांडर और दूसरा स्क्वाड सदस्य है। मुठभेड़ सुबह 5:15 बजे से 5:40 बजे के बीच हुई। सुरक्षा बलों को कोई चोट नहीं आई।”
ऑपरेशन में शामिल बल
इस ऑपरेशन में चाईबासा पुलिस, झारखंड जगुआर और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की कोबरा बटालियन के कर्मी शामिल थे। टीम ने एक INSAS राइफल, दो SLR (सेल्फ-लोडिंग राइफल), एक .303 राइफल, दो बोल्ट-एक्शन राइफल, एक 9 मिमी पिस्तौल, 13 डेटोनेटर, नक्सल साहित्य, दवाइयां, टेंट, कंबल और अन्य सामग्री बरामद की।
मारे गए माओवादियों की पहचान
मारे गए माओवादियों की पहचान कंडे होन्हागा उर्फ गोविंद नागदुवार (जोनल कमांडर), जोंगा उर्फ टर्की (स्क्वाड सदस्य); सूर्य उर्फ मंता देवगाम (स्क्वाड सदस्य); सापनी हंसदा (स्क्वाड सदस्य) चाईबासा से; और सिंगराई उर्फ मनोज कुमार (सब-जोनल कमांडर) छत्तीसगढ़ से के रूप में की गई है।
गिरफ्तार माओवादी
गिरफ्तार माओवादियों में टाइगर उर्फ पांडू हंसदा और बतारी शामिल हैं, दोनों चाईबासा से हैं।
इनामी माओवादी
अधिकारियों के अनुसार, सिंगराई पर ₹10 लाख का इनाम था जबकि होन्हागा पर ₹5 लाख का इनाम था। दोनों कथित तौर पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) विशेषज्ञ थे।
यह मुठभेड़ राज्य में माओवादी गतिविधियों को रोकने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा की जा रही निरंतर कोशिशों का हिस्सा है। सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन में बड़ी सफलता प्राप्त की है।
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