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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के निशाने पर आ गई हैं। यह विवाद तब शुरू हुआ जब राज्य सरकार ने 42 वरिष्ठ डॉक्टरों और प्रोफेसरों का तबादला कर दिया। इस निर्णय के बाद राज्य में पहले से ही जारी उथल-पुथल और गहराई है। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक 31 वर्षीय जूनियर डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के बीच यह तबादला आदेश आया है, जिससे हालात और भी बिगड़ गए हैं।
डॉक्टरों के तबादले पर अमित मालवीय का आरोप: “तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाने वालों को किया जा रहा है निशाना”
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कोलकाता के मेडिकल कॉलेज और कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज को निशाना बनाया है जो उनके “तानाशाही शासन” के खिलाफ प्रदर्शनों के केंद्र में हैं। मालवीय ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा- “16 अगस्त को पश्चिम बंगाल सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने आठ पेज लंबी तबादला सूची जारी की, जिससे स्थिति और भी अराजक हो गई है। ममता बनर्जी का निशाना कोलकाता का मेडिकल कॉलेज और कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज है। ये दोनों संस्थान उनके फासीवादी शासन के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के केंद्र हैं।”
मालवीय ने आगे कहा- “अब तक इन दोनों प्रतिष्ठित संस्थानों के पांच प्रोफेसरों को सिलीगुड़ी, तमलुक, झारग्राम जैसे कॉलेजों में भेजा जा चुका है। यह वरिष्ठ डॉक्टर समुदाय को डराने का एक हताश प्रयास है। ममता बनर्जी क्या छिपाने की कोशिश कर रही हैं?”
डॉक्टरों के संगठनों का आक्रोश: तबादलों को साजिश बताया
डॉक्टरों के संगठनों ने भी इस तबादले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और इसे वरिष्ठ स्वास्थ्य पेशेवरों को डराने की कोशिश करार दिया है। उन्होंने इसे साजिश और दमनकारी नीति के तहत की गई कार्रवाई बताया।
बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला का तंज: “तानाशाही मुझे चाहिए”
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर कटाक्ष करते हुए कहा- “ममता बनर्जी की सरकार बंगाल के आरजी कर अस्पताल के बलात्कारियों पर कार्रवाई करने की बजाय न्याय की लड़ाई लड़ने वालों पर कार्रवाई कर रही है। ममता बनर्जी इंदिरा गांधी, किम जोंग और स्टालिन जैसी तानाशाहों की तरह बर्ताव कर रही हैं।”
शहजाद ने आगे कहा, “संविधान बचाने का नारा देने वाले लोग चुप क्यों हैं? राहुल जी, आप कुछ बोलेंगे? जब हाई कोर्ट और राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ममता सरकार पर सख्ती दिखा रहे हैं तो क्या विपक्ष का यही काम है?”
मामले की जांच में CBI की सक्रियता: डॉक्टर की हत्या में शामिल हो सकते हैं अस्पताल के कर्मचारी
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. संदीप घोष को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि मृतक डॉक्टर के माता-पिता ने CBI को जानकारी दी है कि उनकी बेटी की हत्या में कई इंटर्न और चिकित्सक शामिल हो सकते हैं। उन्होंने CBI को उन व्यक्तियों के नाम भी दिए जिन पर उन्हें संदेह है।