नई दिल्ली, 15 अक्तूबर। केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) की कठिन चढ़ाई अब आसान होगी। अदाणी समूह (Adani Group) श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाने के लिए यह रोपवे बना रहा है। लाखों श्रद्धालुओं के लिए यह समाचार खुश करने वाला है, क्योंकि 16 किलोमीटर की कठिन पैदल चढ़ाई अब मात्र 36 मिनट में पूरी होगी।
केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham), जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, प्रतिवर्ष 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। लेकिन कठिन रास्ते, बर्फीले मौसम और 8-9 घंटे का समय यात्रा को जोखिम भरा बनाते हैं। अदाणी ग्रुप की 12.9 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना इस चुनौती का समाधान है। हर घंटे 1800 यात्री प्रति दिशा में सफर कर सकेंगे, और प्रत्येक कंडोला में 35 सीटों की व्यवस्था होगी। यह भारत का पहला 3एस ट्राई केबल रोपवे होगा, जो विश्व की सबसे सुरक्षित और अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित है। इससे बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे आसानी से दर्शन कर सकेंगे, और यात्रा सुरक्षित व सुखद हो जाएगी।
अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने सितंबर 2025 में नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) से लेटर ऑफ अवॉर्ड (एलओए) प्राप्त किया है। परियोजना पर कुल 4,081 करोड़ रुपये का निवेश होगा, जो केंद्र सरकार की ‘पर्वतमाला परियोजना’ का हिस्सा है। एईएल के रोड्स, मेट्रो, रेल और वॉटर डिवीजन (आरएमआरडब्ल्यू) द्वारा निर्माण कार्य छह वर्ष में पूरा होगा, उसके बाद 29 वर्षों तक संचालन करेगी। गौतम अदाणी ने कहा कि यह रोपवे इंजीनियरिंग से अधिक, भक्ति और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का पुल है।
परियोजना पर्यावरण संरक्षण पर भी फोकस रखेगी। अदाणी ग्रुप ने सतत निर्माण, मंजूरी प्रक्रिया और स्थानीय समुदाय की भागीदारी का वादा किया है, ताकि पहाड़ी क्षेत्रों में प्रकृति का संतुलन बना रहे। इससे केदारनाथ (Kedarnath) क्षेत्र में रोजगार सृजन होगा, पर्यटन बढ़ेगा और उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। यह परियोजना 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ के पुनर्निर्माण को नई दिशा देगी। अदाणी ग्रुप ने पहले भी इंफ्रास्ट्रक्चर में योगदान दिया है, जैसे मुंबई मेट्रो। श्रद्धालु उत्साहित हैं, और यह प्रोजेक्ट आस्था को सुविधा से जोड़ेगा।




