कन्नौज (Kannauj) दुष्कर्म (Rape) कांड में सह-आरोपित पीड़िता की बुआ और नवाब सिंह यादव के भाई नीलू यादव को पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की। दोनों ने पूछताछ के दौरान साक्ष्य मिटाने के लिए पैसे के लेन-देन की बात कबूल की। आरोप है कि पीड़िता की बुआ ने 10 लाख रुपये लेकर मेडिकल जांच न कराने और मामले को साजिश बताने के लिए प्रलोभन स्वीकार किया था। हालांकि मीडिया से बातचीत में बुआ ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया और भाजपा (BJP) नेता, प्रॉपर्टी डीलर तथा जिला अस्पताल (District Hospital) के डॉक्टर का नाम लिया।
भाजपा नेता का नाम सामने आने से मचा हड़कंप
जब पीड़िता की बुआ ने भाजपा नेता का नाम लिया तो राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। हालांकि, भाजपा जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया ने कहा कि भाजपा का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है और बुआ खुद ही अभियुक्त है। उन्होंने यह भी कहा कि वह पहले सपा नेता समेत कई लोगों पर आरोप लगा चुकी है, इसलिए उसके बयानों पर यकीन करना मुश्किल है। मामले को उलझाने के लिए वह बार-बार नाम बदलकर नई कहानियां गढ़ रही है।
पुलिस की जांच में साक्ष्यों की पुष्टि
रिमांड के दौरान पुलिस ने दोनों से पूछताछ कर कुछ साक्ष्य जुटाए और तथ्यों की पुष्टि की। पूछताछ की वीडियोग्राफी भी कराई गई और उनके वकील भी मौके पर मौजूद रहे। नीलू ने पूछताछ के दौरान यह स्वीकार किया कि उसने पीड़िता की बुआ को बयान बदलने और मेडिकल जांच न कराने के लिए पैसे दिए थे। इसके बाद पुलिस ने दोनों को मेडिकल जांच के बाद जेल भेज दिया और उनके घर से भी कुछ दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया।