जौनपुर जिले में खरीफ फसल के लिए यूरिया की मांग में भारी वृद्धि देखी जा रही है, लेकिन इसकी आपूर्ति बेहद सीमित है। जिले की 10 साधन सहकारी समितियों के गोदाम खाली हो गए हैं, जिससे किसानों को यूरिया के लिए भटकना पड़ रहा है। 21 अगस्त तक, 10,103 टन लक्ष्य के मुकाबले केवल 8,996 टन यूरिया ही उपलब्ध हो पाई है। सुइथाकला की साधन सहकारी समिति शेखपुर में पिछले एक सप्ताह से यूरिया खत्म है, जबकि अन्य समितियों जैसे अरसिया और सरायमोहिउद्दीनपुर में भी यूरिया का स्टॉक शून्य हो गया है। किसानों का कहना है कि समय पर खाद नहीं मिलने से फसलों की पैदावार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। शाहगंज तहसील क्षेत्र में 75 हजार बोरी यूरिया की मांग की गई है, लेकिन वर्तमान में सभी समितियों पर स्टॉक खत्म हो चुका है।
यूरिया की नई खेप से राहत की उम्मीद, जल्द पहुंचेगा नया स्टॉक
जिले में यूरिया की आपूर्ति को लेकर सहकारिता विभाग ने तेजी दिखाई है। जिले में दो रैक यूरिया की मांग की गई है, जिसमें से एक रैक निजी और दूसरी साधन सहकारी समितियों के लिए भेजी जाएगी। मंगलवार तक यूरिया के नए रैक के आने की संभावना जताई जा रही है। इसके बाद सभी समितियों पर यूरिया का वितरण किया जाएगा, जिससे किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है। अधिकारियों का कहना है कि अगर यह रैक समय पर मिल जाती है तो जिले में यूरिया की कमी दूर हो जाएगी और किसानों को सहूलियत मिलेगी। इस स्थिति को देखते हुए किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों के लिए यूरिया की आपूर्ति पर नजर बनाए रखें और समय पर आवश्यक खाद की व्यवस्था कर लें।