image credit-https://x.com/GitaGopinath
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश को संबोधित करते हुए कहा गया कि भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है, जिसके बाद अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की उप-प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ ने इस दावे का समर्थन करते हुए कहा कि भारत 2027 तक यह उपलब्धि हासिल कर सकता है।
भारत बना दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
भारत अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही यह शीर्ष तीन वैश्विक आर्थिक शक्तियों में शामिल हो जाएगा। गीता गोपीनाथ ने यह भी बताया कि वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) के दौरान भारत की आर्थिक वृद्धि ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है, खासकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था में निजी उपभोग वृद्धि के साथ।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेजी: दोपहिया वाहन और FMCG क्षेत्र में सुधार
गीता गोपीनाथ के अनुसार भारत में दोपहिया वाहनों की बिक्री से लेकर फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCGs) तक कुल मिलाकर उपभोग में जबरदस्त वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा- “अच्छे मानसून के साथ बेहतर फसलें होती हैं और इससे कृषि आय में भी वृद्धि होती है।”
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार जुलाई महीने में यात्री वाहनों, तीन पहिया वाहनों, दो पहिया वाहनों और क्वाड्रिसाइकिल की कुल उत्पादन संख्या 24,37,138 यूनिट्स तक पहुंच गई। पिछले वर्ष की तुलना में इस जुलाई में दोपहिया वाहनों के क्षेत्र में 12.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
एफएमसीजी क्षेत्र में भी उछाल: ग्रामीण बाजार से उम्मीदें बढ़ीं
दूसरी ओर भारत में FMCG बाजार कठिनाइयों के बावजूद स्थिर बना हुआ है। मार्केटिंग रिसर्च फर्म कांतार वर्ल्डपैनल के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 में ग्रामीण बाजार में FMCG क्षेत्र की वार्षिक वृद्धि 6.1 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जबकि पिछले वर्ष यह वृद्धि 4.4 प्रतिशत थी।
रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण बाजार का वॉल्यूम अब शहरी बाजार के बराबर हो सकता है, जो वर्तमान में अधिक है। ग्रामीण FMCG बाजार अब उद्योग के लिए पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है और यह क्षेत्र के लिए लगभग आधा वॉल्यूम और मूल्य उत्पन्न कर रहा है।
आने वाले वर्षों में लाखों नए रोजगार की जरूरत: गीता गोपीनाथ का सुझाव
गीता गोपीनाथ ने यह भी कहा कि देश को अगले 5-6 वर्षों में लाखों नए रोजगार सृजित करने की आवश्यकता होगी। इसके साथ ही IMF ने FY25 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास के अनुसार अगर पिछले तीन वर्षों में भारत द्वारा दर्ज की गई औसत वृद्धि को देखा जाए, तो यह औसत 8.3 प्रतिशत पर आती है। वर्तमान वर्ष के लिए 7.2 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान दिया गया है।