एलोन मस्क की टिप्पणी से शुरू हुई बहस
प्रसिद्ध टेक उद्यमी एलोन मस्क ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए कहा कि हैक होने का खतरा “छोटा होते हुए भी बहुत अधिक” है। मस्क के इस बयान ने EVM के उपयोग पर बहस छेड़ दी है। मस्क ने EVM को समाप्त करने का आह्वान किया, जिसके बाद भारत में विपक्षी नेताओं ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने रविवार को भारत में EVMs को “black box” करार देते हुए कहा कि इनकी जांच-पड़ताल की अनुमति किसी को नहीं दी जाती। गांधी ने एक समाचार रिपोर्ट का हवाला देते हुए मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट (Mumbai North West Lok Sabha) के परिणाम को लेकर मचे बवाल का जिक्र किया। राहुल गांधी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “भारत में EVMs एक ‘ब्लैक बॉक्स’ हैं और कोई भी इनकी जांच नहीं कर सकता। हमारे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं उठ रही हैं।”
मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट विवाद
मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट पर चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार रविंद्र वाइकर के साले मंगेश पांडिलकर को 4 जून को मतदान गिनती केंद्र में मोबाइल फोन के उपयोग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पांडिलकर पर आरोप है कि उन्होंने NESCO सेंटर पर EVM मशीन को अनलॉक करने के लिए आवश्यक OTP जनरेट करने के लिए मोबाइल फोन का उपयोग किया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि कॉल रिकॉर्ड्स की जांच की जा सके और यह सत्यापित किया जा सके कि इसका अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग किया गया था या नहीं।
शिवसेना (UBT) की प्रतिक्रिया
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने X पर पोस्ट किया, “यह उच्च स्तर पर धोखाधड़ी है और फिर भी @ECISVEEP सो रहा है… अगर ECI इसमें हस्तक्षेप नहीं करता तो यह चंडीगढ़ मेयर चुनाव के बाद सबसे बड़ा चुनाव परिणाम घोटाला होगा और यह लड़ाई अदालतों में देखी जाएगी। इस धृष्टता को दंडित करना होगा।” शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने भी चुनाव आयोग की आलोचना करते हुए कहा, “आश्चर्यजनक रूप से, या नहीं, पूरी तरह से समझौता-चुनाव आयोग ने गिनती केंद्र की सीसीटीवी फुटेज साझा करने से इनकार कर दिया है। मुझे लगता है कि यह एक और चंडीगढ़ कांड से बचने की कोशिश कर रहा है।”
मस्क का बयान और बीजेपी का जवाब
एलोन मस्क ने EVMs की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा, “हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को समाप्त कर देना चाहिए। इंसानों या AI द्वारा हैक किए जाने का खतरा, छोटा होते हुए भी, बहुत अधिक है।”
इस पर बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने तर्क दिया कि सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर संभव है। “भारतीय EVMs कस्टम डिज़ाइन किए गए हैं, सुरक्षित हैं और किसी भी नेटवर्क या मीडिया से अलग हैं – कोई कनेक्टिविटी नहीं, कोई ब्लूटूथ, वाईफाई, इंटरनेट नहीं। यानी कोई रास्ता नहीं है। फैक्ट्री प्रोग्राम्ड कंट्रोलर्स जिन्हें पुन: प्रोग्राम नहीं किया जा सकता है।”
सुरक्षा पर पुनः विचार
मस्क ने अपनी चिंताओं पर जोर देते हुए कहा, “कुछ भी हैक किया जा सकता है।” इसके बाद चंद्रशेखर ने मस्क को सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन डिजाइन और निर्माण पर ट्यूटोरियल देने की पेशकश की।
इस पूरी बहस से EVM की सुरक्षा और चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठे हैं, जिससे भारत में आगामी चुनावों में EVM के उपयोग पर गंभीर चर्चा की आवश्यकता महसूस हो रही है।