भूस्खलन की त्रासदी
30 जुलाई की तड़के वायनाड जिले के मेपाडी के पास स्थित चूरलमला में एक भीषण भूस्खलन हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को मलबे के नीचे दबा दिया। इस घटना में कई लोगों के लापता होने की आशंका है। मौके पर मौजूद अधिकारियों के अनुसार, चूरलमला कस्बे और आसपास के कई मकान, वाहन और दुकानें पानी में डूब गई हैं। मंगलवार की सुबह लगभग 2 बजे हुए इस भूस्खलन में अब तक तीन शव बरामद किए गए हैं और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। इस क्षेत्र में 400 से अधिक लोग फंसे हुए हैं।
राहत और बचाव कार्य
स्थानीय निवासियों के हवाले से सूत्रों ने बताया कि आसपास के इलाके मिट्टी और मलबे में दब गए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), अग्निशमन और बचाव कर्मी, पुलिस और वन अधिकारी स्थानीय लोगों के साथ मिलकर बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। अब तक दस लोगों को बचाकर अस्पताल पहुंचाया गया है। कई निवासियों को इलाके से निकालकर पास के राहत शिविरों में भेजा गया है।
भारी बारिश और बाधाएं
भारी बारिश और सड़क अवरोधों के कारण बचाव कार्यों में बाधा आ रही है और क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ठप है। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीम को जिले में पहुंचते ही मौके पर तैनात कर दिया गया है और सड़क संपर्क बहाल करने के प्रयास जारी हैं। इस बीच, लगातार बारिश ने वायनाड में एक और जान ले ली है और कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है। जिले के थोंडरनाडु के पास चेरुवायल में एक फार्म पर काम करने वाले नेपाली दंपति के एक वर्षीय बच्चे की मौत भूस्खलन में हो गई।