सुलतानपुर, 13 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जनपद के कादीपुर तहसील क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध बिजेथुआ महावीर धाम इन दिनों श्रद्धा और आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां चल रहे नौ दिवसीय बिजेथुआ महोत्सव (Bijethua Mahotsav 2025) में हजारों की संख्या में श्रद्धालु हर दिन जगद्गुरु रामभद्राचार्य की कथा सुनने के लिए पहुंच रहे हैं। इसी बीच इस बात को लेकर चर्चा तेज़ है कि क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) इस पवित्र आयोजन में शामिल होंगे या नहीं।
बिजेथुआ धाम में जगतगुरु रामभद्राचार्य द्वारा वाल्मीकि रामायण कथा का संगीतमय पाठ हो रहा है। कथा श्रवण के लिए सुलतानपुर ही नहीं, बल्कि जौनपुर, प्रतापगढ़ और अंबेडकरनगर जैसे पड़ोसी जिलों से भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। महोत्सव का शुभारंभ 10 अक्टूबर को हुआ था, जो 19 अक्टूबर तक चलेगा।
मुख्यमंत्री के आने की अटकलें तेज
क्षेत्रीय विधायक राजेश गौतम (Rajesh Gautam) ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से उनके लखनऊ आवास पर मुलाकात कर उन्हें महोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। साथ ही उन्होंने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को भी निमंत्रण दिया है। विधायक की सोशल मीडिया टीम ने सीएम योगी से मुलाकात की तस्वीर को पोस्ट करते हुए इन बात की जानकारी भी है।

हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगामी दीपावली और दीपोत्सव कार्यक्रमों से भरा व्यस्त शेड्यूल देखते हुए बिजेथुआ आने की संभावना पर संशय बना हुआ है। 19 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का नेतृत्व करेंगे, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री का कार्यक्रम सामान्यतः 7 से 10 दिन पहले तय होता है, और अब तक उनके सुलतानपुर आगमन को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
फिर भी, मुख्यमंत्री के धार्मिक आयोजनों से गहरे जुड़ाव और पिछली परंपराओं को देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि वे बिजेथुआ महोत्सव में आ सकते हैं। भले ही यह कार्यक्रम के अंतिम चरण में एक औचक उपस्थिति ही क्यों न हो।
योगी सरकार में हुआ बिजेथुआ का कायाकल्प – Religious Tourism UP
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बिजेथुआ महावीर धाम को धार्मिक पर्यटन स्थल (Religious Tourist Place) के रूप में विकसित करने की दिशा में कई अहम कदम उठाए गए हैं। धाम परिसर के सौंदर्यीकरण, सुविधाओं के विस्तार, श्रद्धालुओं के ठहराव और सड़क संपर्क सुधार के कार्य तेजी से आगे बढ़ाए गए हैं।
हाल ही में मुख्यमंत्री योगी ने सूरापुर से दोस्तपुर मार्ग के फोर लेन चौड़ीकरण के प्रस्ताव को मंजूरी दी है, जिससे बिजेथुआ धाम तक पहुंचने में श्रद्धालुओं को और सुविधा होगी। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि धाम क्षेत्र में स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था और यातायात प्रबंधन को उच्च स्तर पर सुनिश्चित किया जाए।
बिजेथुआ महावीर धाम विकास (Bijethua Mahavir Dham Development) के प्रति मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने इसे प्रदेश के प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्रों की श्रेणी में शामिल किया है। योगी सरकार के कार्यकाल में यहां आस्था, संस्कृति और पर्यटन का समन्वय दिखाई देने लगा है।
श्रद्धा और संस्कृति का संगम बना बिजेथुआ
बिजेथुआ महोत्सव केवल धार्मिक आयोजन भर नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक बन चुका है। कथा स्थल पर रोजाना हजारों श्रद्धालु ‘जय बजरंग बली’ के जयकारों के साथ उमड़ रहे हैं।
विधायक राजेश गौतम का कहना है कि “बिजेथुआ महोत्सव न केवल आस्था का प्रतीक है बल्कि यह हमारे क्षेत्र के आर्थिक और पर्यटन विकास का माध्यम भी बन रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह धाम नए स्वरूप में निखर रहा है।”
जनता में उत्सुकता, प्रशासन सतर्क
मुख्यमंत्री के आगमन की संभावनाओं को लेकर स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट मोड में है। सुरक्षा व्यवस्था, वीवीआईपी मार्ग और यातायात प्रबंधन की योजनाएँ पहले से तैयार रखी जा रही हैं। श्रद्धालु उम्मीद जता रहे हैं कि मुख्यमंत्री स्वयं आकर बजरंगबली के इस पावन धाम में मत्था टेकेंगे। मान्यता है कि यह वही स्थल है जहां बजरंग बली राम-रावण युद्ध के दौरान हिमालय पर संजीवनी लेने जाते समय कालिनेमि नामक बहुरुपिए राक्षस का वध किया था। यह स्थान आयोध्या से करीब 80 से 100 किलोमीटर की दूरी पर सुलतानपुर जिले में आजमगढ़ के रास्ते पर स्थित है।




