दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार (23 अगस्त, 2024) को अदालत को सूचित किया कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ गवाही देने वाली महिला पहलवानों की सुरक्षा को लेकर पहले हुई “गलतफहमी” को ठीक कर दिया गया है। इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने पुलिस से उस महिला पहलवान की सुरक्षा वापस लेने के कारणों पर शुक्रवार तक विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी, जो बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में गवाही देने वाली है।
अदालत में दिल्ली पुलिस की सफाई: सुरक्षा हटाने का मामला “गलतफहमी”
अतिरिक्त लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने अदालत में यह स्पष्ट किया कि महिला पहलवानों की सुरक्षा हटाने का मामला दरअसल एक “गलतफहमी” थी। उन्होंने कहा- “इस गलतफहमी को अब ठीक कर दिया गया है।” इससे पहले गुरुवार को अदालत ने एक अंतरिम आदेश पारित करते हुए दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया था कि वह बृजभूषण के खिलाफ आरोप लगाने वाली महिला पहलवान की सुरक्षा तुरंत बहाल करे।
विनेश फोगाट का गंभीर आरोप: पहलवानों की सुरक्षा वापस लेने पर भड़कीं
गुरुवार की शाम, शीर्ष महिला पहलवान विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दावा किया था कि पुलिस ने उन महिला पहलवानों की सुरक्षा वापस ले ली है, जो बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अदालत में गवाही देने वाली हैं। फोगाट ने अपने पोस्ट में लिखा- “दिल्ली पुलिस ने उन महिला पहलवानों की सुरक्षा वापस ले ली है जो बृजभूषण के खिलाफ अदालत में गवाही देने जा रही हैं।” उन्होंने इस पोस्ट में दिल्ली पुलिस, राष्ट्रीय महिला आयोग और दिल्ली महिला आयोग को भी टैग किया था।