image credit-https://www.facebook.com/Shakib.Al.Hasan
बांग्लादेश के पूर्व कप्तान और देश के सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली क्रिकेटर शाकिब अल हसन का नाम एक हत्या के मामले में 147 आरोपियों की सूची में शामिल किया गया है। यह मामला अगस्त में बांग्लादेश में हुए विरोध प्रदर्शनों से जुड़ा है, जिसमें एक गारमेंट्स वर्कर मोहम्मद रूबेल की गोली लगने से मौत हो गई थी। धाका के अडाबोर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार शाकिब का नाम 27वें या 28वें आरोपी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
शाकिब का बांग्लादेश से बाहर होना और राजनीतिक संपर्क
गौरतलब है कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान शाकिब बांग्लादेश में नहीं थे। उस समय वे कनाडा में ग्लोबल T20 लीग में बांग्ला टाइगर्स मिसिसॉगा की कप्तानी कर रहे थे। इस दौरान बांग्लादेश में व्यापक हिंसा और अशांति देखने को मिली, जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा। रिपोर्ट्स के अनुसार विरोध के दौरान कुछ आरोपियों ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर गोली चलाई, जिसमें मोहम्मद रूबेल को भी गोली लगी और उनकी मौत हो गई। शाकिब के राजनीतिक संपर्कों के कारण यह मामला और अधिक गंभीर हो गया है, क्योंकि वे इस साल के शुरुआत में संसद सदस्य भी बने थे।
शाकिब का क्रिकेट करियर और प्रतिष्ठा पर प्रभाव
शाकिब अल हसन ,बांग्लादेश के लिए 67 टेस्ट, 247 वनडे और 129 टी20 मैच खेल चुके हैं और उन्हें विश्व क्रिकेट के शीर्ष ऑलराउंडरों में गिना जाता है। उन्होंने 14500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय रन बनाए हैं और 703 विकेट लिए हैं। आईपीएल, पीएसएल, सीपीएल और बीपीएल जैसी प्रमुख फ्रेंचाइज़ी लीगों में शाकिब नियमित रूप से खेलते हैं। लेकिन इस कानूनी मामले से उनकी प्रतिष्ठा और करियर पर बड़ा असर पड़ सकता है, क्योंकि उनके खिलाफ लगे आरोप गंभीर हैं। इस मामले के आगे बढ़ने से शाकिब के करियर और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है।