शताब्दी महोत्सव की घोषणा
उत्तर प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने 9 अगस्त, 2024 को काकोरी ट्रेन कांड की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में शताब्दी महोत्सव की घोषणा की है। इस महोत्सव का आयोजन 9 अगस्त, 2024 से 9 अगस्त, 2025 तक किया जाएगा। मंत्री ने इस महोत्सव के दौरान सहयोग के लिए उत्तर प्रदेश के सभी सांसदों और विधायकों को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने राष्ट्रीय नायकों के बलिदान और उनके जीवन सिद्धांतों को स्कूल के बच्चों, युवाओं और नई पीढ़ी तक पहुँचाने के महत्व को रेखांकित किया है।
महोत्सव का उद्देश्य और महत्व
जयवीर सिंह ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय नायकों के बलिदान और उनके जीवन सिद्धांतों को जनसामान्य तक पहुँचाना है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने इस महोत्सव के संदेश को जन-जन तक फैलाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। काकोरी ट्रेन कांड भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है। 9 अगस्त, 1925 को लखनऊ के काकोरी में ब्रिटिश खजाने को लूटने के लिए क्रांतिकारियों ने इस घटना को अंजाम दिया था।
स्वतंत्रता संग्राम के नायकों की याद
काकोरी ट्रेन कांड के परिणामस्वरूप स्वतंत्रता सेनानी राम प्रसाद बिस्मिल, राजेंद्र नाथ लाहिड़ी, रोशन सिंह और अशफाक उल्ला खान को फांसी की सजा दी गई थी, जबकि अन्य क्रांतिकारियों को काला पानी (सेल्युलर जेल) की सजा सुनाई गई थी। इस महोत्सव के माध्यम से राज्य सरकार उन महान नायकों की याद में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेगी और उनके बलिदान की कहानियों को नई पीढ़ी तक पहुँचाएगी। जयवीर सिंह ने सांसदों और विधायकों से आग्रह किया है कि वे इस महोत्सव में अपनी सहभागिता, सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान करें।
महोत्सव की गतिविधियाँ
महोत्सव के अंतर्गत 7 और 8 अगस्त, 2024 को स्वच्छता दिवस का आयोजन किया जाएगा, 9 अगस्त को ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम आयोजित होगा, 9 से 15 अगस्त तक राष्ट्रीय गान/बैंड का प्रदर्शन किया जाएगा, और 13 से 15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम चलाया जाएगा। जयवीर सिंह ने अपने पत्र के साथ इस संबंध में जारी सरकारी आदेश भी संलग्न किया है। इन सभी कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी की अपेक्षा की गई है, ताकि इस महोत्सव का संदेश व्यापक रूप से फैल सके और राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया जा सके।