समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को भाजपा की मुसलमानों के प्रति सोच को ‘अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक’ करार दिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जो योगी संविधान में विश्वास नहीं करता, उसे योगी नहीं कहा जा सकता।अखिलेश यादव ने कहा -“भाजपा चुनाव से पहले षड्यंत्र रचना चाहती है। उनका उद्देश्य पहले दिन से ही समाजवादियों को बदनाम करना और मुसलमानों के प्रति उनकी सोच को अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक साबित करना रहा है” ।
अयोध्या गैंगरेप केस और पुलिस कार्रवाई
अखिलेश यादव अयोध्या गैंगरेप मामले में उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जहां पुलिस ने एक स्थानीय समाजवादी पार्टी नेता को गिरफ्तार किया है। उन्होंने हाथरस भगदड़, लखनऊ छेड़छाड़ मामले और अयोध्या मामले में डीएनए परीक्षण की मांग पर भी बात की। उन्होंने कहा- “मैं आपको तीन घटनाओं के उदाहरण देना चाहता हूं। पहली घटना हाथरस की है, जहां भाजपा विधायकों और नेताओं ने एक साधु के कार्यक्रम के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने उचित व्यवस्था नहीं की और इसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गंवा बैठे”।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
गोमती नगर की घटना पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा- “पुलिस ने पूरी सूची दी थी, लेकिन मुख्यमंत्री और भाजपा की सरकार चाहती है कि पुलिस भाजपा की कार्यकर्ता बन जाए। जब पुलिस ने सभी नामों की सूची दी, तो मुख्यमंत्री ने केवल यादवों और मुसलमानों के नाम ही क्यों लिए?” उन्होंने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वाले और भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ समाजवादी पार्टी की सरकार आने पर कार्रवाई की जाएगी।
डीएनए टेस्ट की मांग और वक्फ कानून पर प्रतिक्रिया
अयोध्या मामले में डीएनए परीक्षण की मांग पर अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी सरकार ने 2023 में एक कानून में संशोधन किया था, जिसमें सात साल से अधिक की सजा वाले अपराधों में डीएनए परीक्षण की बात कही गई थी। उन्होंने कहा- “फिर इस मांग में क्या गलत है और उनके परिवार के सदस्य भी यह कह रहे हैं और पुलिस सच्चाई जानती है” । केंद्र सरकार द्वारा वक्फ कानून में संशोधन की योजना पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा के पास “मुस्लिम भाइयों के अधिकार छीनने” के अलावा कोई काम नहीं है।
इस प्रकार अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ और भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कई मुद्दों पर सरकार की आलोचना की और कहा कि उनके कार्यकाल में उचित कार्रवाई की जाएगी।