ग्रेटर नोएडा स्टेडियम पर अफगानिस्तान टीम Twitter snap
अफगानिस्तान और न्यूज़ीलैंड के बीच (afghanistan vs new zealand) एकमात्र टेस्ट मैच ग्रेटर नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित होना था, लेकिन स्टेडियम (greater noida stadium) की खराब सुविधाओं के कारण मैच अभी तक शुरू नहीं हो सका। पहले दिन की छह सत्रों के बाद भी कप्तानों द्वारा टॉस तक नहीं किया गया। स्टेडियम की खराब स्थिति ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) के अधिकारियों को नाराज़ कर दिया है और उन्होंने भविष्य में इस जगह पर वापस न आने का इरादा जताया। कई बुनियादी सुविधाएं जैसे प्रेस बॉक्स और ग्राउंड स्टाफ की तैयारी पूरी तरह से अधूरी हैं।
ग्राउंडस्टाफ के अजीबो गरीब प्रयास- Afg vs Nz ground
मैच को शुरू कराने के प्रयास में ग्राउंडस्टाफ ने बेहद असामान्य उपाय अपनाए, जैसे कि गीले क्षेत्रों को सुखाने के लिए पोर्टेबल इलेक्ट्रिक फैंस का उपयोग। इसके साथ ही स्टेडियम (greater noida stadium) के प्रैक्टिस एरिया से टर्फ को उखाड़कर गीले स्थानों पर लगाने की भी कोशिश की गई। इस तरह की गतिविधियों ने खिलाड़ियों और दर्शकों को हक्का-बक्का कर दिया। यह मैच भले ही विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का हिस्सा नहीं हो लेकिन यह एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मुकाबला था।
अफगानिस्तान बोर्ड की नाराज़गी: भविष्य में अन्य स्थानों की तलाश
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इस टेस्ट मैच के लिए लखनऊ और देहरादून को प्राथमिकता दी थी, लेकिन वहां स्थानीय लीग्स होने के कारण ग्रेटर नोएडा को विकल्प के रूप में चुना गया। अफगानिस्तान के कप्तान हशमतउल्लाह शाहिदी ने पहले ही स्टेडियम की सुविधाओं पर चिंता जताई थी। उन्होंने उम्मीद जताई थी कि BCCI और ACB भविष्य में बेहतर स्थल का चयन करेंगे। मैदान की खराब स्थिति और खिलाड़ियों की नाराजगी को देखते हुए यह साफ है कि ग्रेटर नोएडा में ऐसे आयोजन पर फिर से विचार करना होगा।