शारदीय नवरात्रि की शुरुआत और महत्व
3 अक्टूबर 2024 से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ हो रहा है। यह पावन पर्व 12 अक्टूबर तक चलेगा। इस बार ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मां दुर्गा हस्त नक्षत्र में कैलाश से धरती पर पधारेंगी। खास बात यह है कि मां दुर्गा की सवारी इस बार डोली पर होगी और उनका प्रस्थान चरणायुध पर होगा। यह योग शुभ नहीं माना जाता, क्योंकि डोली पर आगमन और चरणायुध पर प्रस्थान को अशुभ संकेत के रूप में देखा जाता है। यह परिस्थिति अक्सर प्राकृतिक आपदाओं और दुखद घटनाओं का संकेत मानी जाती है।
नवरात्रि के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
मां दुर्गा की पूजा के दौरान कुछ खास बातों का पालन करना आवश्यक है ताकि उनकी कृपा प्राप्त हो सके। आइए जानते हैं नवरात्रि के दौरान किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए:
- अखंड ज्योत का महत्व
यदि घर में अखंड ज्योत जल रही है तो यह सुनिश्चित करें कि घर कभी खाली न रहे। ज्योत को अकेला छोड़ना अशुभ माना जाता है। - घर की सफाई
नवरात्रि के दौरान घर को साफ-सुथरा रखना अत्यंत आवश्यक है। यह देवी मां को प्रसन्न करने का प्रतीक है, क्योंकि माता लक्ष्मी और दुर्गा साफ-सफाई को बहुत पसंद करती हैं। - व्यक्तिगत स्वच्छता और नियम
इन नौ दिनों में बाल, नाखून और दाढ़ी न काटें। यह व्रत और तपस्या के नियमों का हिस्सा होता है और इससे आत्मशुद्धि का संदेश मिलता है। - सात्विक भोजन का पालन
नवरात्रि के दौरान सात्विक भोजन करें और प्याज-लहसुन जैसे तामसिक पदार्थों से परहेज करें। यह शुद्धिकरण की प्रक्रिया का हिस्सा है। - दिन में न सोएं
व्रत के दौरान दिन में सोने से बचें, क्योंकि इसे आलस्य का प्रतीक माना जाता है और यह देवी की कृपा को प्रभावित कर सकता है। - दोनों वक्त करें आरती
सुबह और शाम, दोनों समय माता दुर्गा की आरती जरूर करें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और देवी की कृपा बनी रहती है। - भोग लगाना
मां दुर्गा को रोजाना भोग लगाना अनिवार्य है। इससे माता की कृपा प्राप्त होती है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
FAQs: शारदीय नवरात्रि 2024
1. शारदीय नवरात्रि 2024 कब से शुरू हो रही है?
शारदीय नवरात्रि 2024 की शुरुआत 3 अक्टूबर से हो रही है और यह 12 अक्टूबर को समाप्त होगी।
2. मां दुर्गा की सवारी इस बार क्या है?
इस बार मां दुर्गा डोली पर आ रही हैं और उनका प्रस्थान चरणायुध पर होगा। यह योग विनाशकारी घटनाओं और प्राकृतिक आपदाओं का संकेत माना जाता है।
3. नवरात्रि के दौरान कौन-कौन से नियमों का पालन करना चाहिए?
नवरात्रि के दौरान अखंड ज्योत जलाना, घर को साफ-सुथरा रखना, बाल, नाखून और दाढ़ी न कटवाना, सात्विक भोजन करना, दिन में न सोना, और सुबह-शाम आरती करना प्रमुख नियम हैं।
4. नवरात्रि के दौरान सात्विक भोजन में क्या खाना चाहिए?
नवरात्रि में प्याज, लहसुन से बचते हुए सात्विक भोजन का सेवन करें, जैसे फल, कुट्टू का आटा, साबूदाना, और हल्का खाना।
5. अखंड ज्योत का क्या महत्व है?
अखंड ज्योत जलाने से देवी मां की कृपा प्राप्त होती है और यह पूरे नवरात्रि के दौरान घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखती है। इसे अकेला छोड़ना अशुभ माना जाता है।
शारदीय नवरात्रि माता की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्तम समय है। उचित नियमों और विधि से पूजा करने से परिवार में सुख, समृद्धि और शांति आती है।