Manipur News-massive protests by students
मणिपुर में शांति बहाल करने की मांग कर रहे छात्रों के भारी प्रदर्शन के एक दिन बाद राज्य के पांच जिलों में कर्फ्यू (Manipur curfew) और प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए गए हैं। इंफाल (Imphal) पूर्व और पश्चिम जिलों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाया गया है, जिससे लोगों को घर से बाहर निकलने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। साथ ही ठौबल (Thoubal), बिष्णुपुर (Bishnupur) और ककचिंग (Kakching) जिलों में धारा 163(2) के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं। राज्य सरकार ने मंगलवार से पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और वीपीएन सेवाओं पर भी रोक लगाने का आदेश जारी किया है। यह कदम शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
छात्रों की मांग: पुलिस प्रमुख और सुरक्षा सलाहकार को हटाया जाये
छात्रों ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) और सुरक्षा सलाहकार को हटाने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि वे राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभालने में विफल रहे हैं। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कई जगह हिंसक झड़पें भी हुईं, जिसमें पुलिसकर्मियों पर गोली चलने की भी खबर है। ठौबल जिले में प्रदर्शन के दौरान एक पुलिसकर्मी की जांघ में गोली लगने से घायल होने की खबर सामने आई है। प्रदर्शनकारियों ने इंफाल में कई जगहों पर सरकार विरोधी नारे लगाए और राज्य की क्षेत्रीय और प्रशासनिक अखंडता को सुरक्षित रखने की मांग की।
अशांति के बीच छात्रों और राज्यपाल से मुलाकात, हिंसा में 8 की मौत
छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से मुलाकात की और छह मांगों को उनके समक्ष रखा। इन मांगों में प्रमुख रूप से DGP और सुरक्षा सलाहकार को हटाने की मांग शामिल थी। सोमवार को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने राजभवन और मणिपुर सचिवालय के बाहर नारेबाजी की। राज्य में जारी हिंसा (manipur violence) में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है और 12 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। इस हिंसा में ड्रोन और मिसाइल हमलों के भी आरोप लगे हैं, जिसने राज्य में स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।