बहुचर्चित सुलतानपुर आभूषण डकैती कांड (Sultanpur robbery case) में मास्टरमाइंड बिपिन सिंह के दो भाई विवेक और विमल सिंह पुलिस की हिरासत में हैं। इस मामले में दायर हैबियस कॉर्पस याचिका पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। याचिका में आरोप है कि बिपिन सिंह के सरेंडर के बाद पुलिस ने उसके दोनों भाइयों को बिना किसी आधार के हिरासत में लिया है। इससे पुलिस की कार्यवाही पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कोर्ट में पुलिस द्वारा प्रस्तुत किए गए साक्ष्यों पर कड़ी निगरानी रहेगी, जिससे पुलिस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
डकैती कांड और पुलिस की भूमिका
आरोप है कि 28 अगस्त को सुलतानपुर (Sultanpur) डकैती कांड के बाद बिपिन सिंह के न मिलने पर पुलिस ने उसके भाई विमल सिंह को उठा लिया। इसके बाद जब विवेक सिंह भाई के बारे में जानकारी लेने थाने पहुंचे तो उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया। इस मामले में एसटीएफ (STF) ऑफिसर डीके शाही (DK Shahi) और विवेक सिंह के बीच प्रॉपर्टी डीलिंग के गहरे संबंध होने के आरोप भी लगाए जा रहे हैं। परिवार द्वारा इन हिरासतों को अवैध बताते हुए सीबीआई या किसी बड़ी एजेंसी से जांच कराने की मांग की गई है।
कोर्ट की चेतावनी और पुलिस की कार्यवाही
पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट ने पुलिस को साक्ष्यों के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ न करने की कड़ी चेतावनी दी थी। कोर्ट ने पुलिस को कहा कि यदि आरोपों में सत्यता पाई गई तो पुलिस के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है। आज कोर्ट में याची पक्ष द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले साक्ष्य इस मामले की दिशा को निर्धारित करेंगे।