भारत में अग्नि मिसाइलों के जनक माने जाने वाले आर.एन. अग्रवाल का गुरुवार (15 अगस्त, 2024) को निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के सूत्रों के अनुसार अग्रवाल की मृत्यु वृद्धावस्था से संबंधित बीमारियों के चलते हुई। उनके निधन से देश ने एक महान वैज्ञानिक को खो दिया है, जिन्होंने भारत के मिसाइल कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
पद्म भूषण से सम्मानित वैज्ञानिक
आर.एन. अग्रवाल को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय देश की सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र के विकास में समर्पित किया। उन्होंने न केवल अग्नि मिसाइल कार्यक्रम का निर्देशन किया, बल्कि हैदराबाद स्थित उन्नत प्रणालियों की प्रयोगशाला (ASL) के निदेशक के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अग्नि मिसाइल कार्यक्रम के मुख्य शिल्पकार
आर.एन. अग्रवाल, पूर्व राष्ट्रपति और भारत के ‘मिसाइल मैन’ डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के साथ काम कर चुके थे। उन्होंने संयुक्त रूप से एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP) की शुरुआत की थी, जिसमें अग्नि मिसाइल कार्यक्रम एक प्रमुख घटक था। DRDO के सूत्रों के अनुसार अग्रवाल ने अग्नि मिसाइल श्रृंखला की शुरुआत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसे सफलतापूर्वक विकसित किया।