उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि बांग्लादेश में अत्याचारों का सामना कर रहे हिंदुओं की सुरक्षा करना भारतीयों का कर्तव्य है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बांग्लादेश में प्रताड़ित हो रहे 90% हिंदू दलित समुदाय से आते हैं और ऐसे कठिन समय में उनका साथ देना हमारा फर्ज है। योगी आदित्यनाथ अयोध्या के मिल्कीपुर में श्री राम दरबार के आचार्यों की भव्य प्रतिमा के स्थापना समारोह में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा- “किसी भी परिस्थिति में बांग्लादेश के हिंदुओं की रक्षा करना और संकट के समय उनका साथ देना हमारा कर्तव्य है और हम हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे।”
विपक्ष पर मौन रहने का आरोप, वोट बैंक की राजनीति पर निशाना
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जब बांग्लादेश में हिंदुओं, विशेष रूप से दलितों पर अत्याचार हो रहे थे तब विपक्ष ने चुप्पी साध रखी थी। उन्होंने कहा- “नकारात्मक राजनीतिक ताकतें, जो न राम में विश्वास करती हैं और न कृष्ण में, जब कहीं भी हिंदुओं पर अत्याचार होता है, तब वे मौन रहती हैं। उन्हें डर है कि अगर उन्होंने इस पर आवाज उठाई तो उनका वोट बैंक खतरे में पड़ जाएगा।” योगी आदित्यनाथ ने जनता से आह्वान किया कि वे ऐसे राजनीतिक ताकतों का मुकाबला करने के लिए तैयार रहें क्योंकि हमारा भविष्य तभी सुरक्षित हो सकता है जब हमारी स्वतंत्रता संरक्षित हो।
अयोध्या की नई पहचान की रक्षा का आह्वान
योगी आदित्यनाथ ने पिछले सात वर्षों में अयोध्या की नई पहचान को लेकर भी बात की और कहा कि यह पहचान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार के तहत लंबे संघर्ष के बाद हासिल हुई है। उन्होंने अयोध्या के नागरिकों से अपील की कि वे इस नई पहचान की रक्षा करें और इसे बनाए रखने के लिए जिम्मेदारी लें। उनका यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र जल्द ही उपचुनावों का सामना करेगा, जो 2024 के चुनावों में फैजाबाद सीट से लोकसभा सदस्य बने अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के बाद हो रहा है।
योगी आदित्यनाथ का यह बयान, हिंदू सुरक्षा और राष्ट्रीयता की भावना को लेकर दिए गए उनके अन्य बयानों के साथ जुड़ता है और आने वाले चुनावों में भाजपा की रणनीति की दिशा को भी दर्शाता है।