पेरिस ओलंपिक 2024: केवल एक पदक के साथ पाकिस्तान, 5 पदक वाले भारत से आगे। जानिए कैसे

pakistan vs india in paris olympics

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पेरिस ओलंपिक 2024 में पूरे पाकिस्तान ने एक ऐतिहासिक क्षण का अनुभव किया जब अरशद नदीम ने पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। यह पदक पाकिस्तान के लिए पिछले 32 वर्षों में पहला ओलंपिक पदक है। अरशद नदीम की इस जीत ने पाकिस्तान को भारत से आगे कर दिया, भले ही भारत ने अधिक पदक जीते हों। अरशद की स्वर्ण पदक की यह जीत पाकिस्तान के ओलंपिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ती है।

स्वर्ण पदक की अहमियत

ओलंपिक पदक तालिका के नियमों के अनुसार, पदक की गुणवत्ता को प्राथमिकता दी जाती है यानी स्वर्ण पदकों की संख्या कुल पदकों की संख्या से अधिक महत्वपूर्ण होती है। यही कारण है कि पाकिस्तान ने सिर्फ एक स्वर्ण पदक के साथ भी भारत को पदक तालिका में पीछे छोड़ दिया है। भारत ने पेरिस ओलंपिक में अब तक कुल पांच पदक जीते हैं, जिनमें चार कांस्य और एक रजत शामिल है। लेकिन स्वर्ण पदक की अनुपस्थिति के कारण भारत पदक तालिका में पाकिस्तान से पीछे रह गया।

भारत के पदक विजेता

भारत के लिए इस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने रजत पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया। नीरज ने लगातार दूसरी बार ओलंपिक में पदक जीता है जो कि उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इसके अलावा भारत ने निशानेबाजी में तीन कांस्य पदक जीते। मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और मिक्स्ड टीम 10 मीटर एयर पिस्टल में दो कांस्य पदक जीते। स्वप्निल कुसाले ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में कांस्य पदक जीता। इसके अलावा भारतीय हॉकी टीम ने भी स्पेन को हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया।

पदक तालिका में स्वर्ण पदक का महत्व

यह स्थिति स्पष्ट करती है कि ओलंपिक खेलों में पदक तालिका की गणना में स्वर्ण पदक का कितना महत्व होता है। भले ही भारत ने अधिक पदक जीते हों, लेकिन स्वर्ण पदक की कमी के कारण उसे पाकिस्तान से पीछे रहना पड़ा। यह नियम ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा की तीव्रता को दर्शाता है, जहां हर देश का लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना होता है, क्योंकि यही पदक उन्हें तालिका में ऊपर लाता है।

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