स्टार इंडिया ने ज़ी एंटरटेनमेंट के साथ $1.5 बिलियन का ICC टीवी राइट्स सौदा किया समाप्त

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अनुबंध उल्लंघन के आरोपों के कारण साझेदारी समाप्त

स्टार इंडिया ने ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ज़ी) के साथ अपने विशेष समझौते को समाप्त कर दिया है। वॉल्ट डिज़नी कंपनी के स्वामित्व वाले स्टार नेटवर्क ने ज़ी को 2024-27 चक्र के लिए ICC पुरुष टूर्नामेंटों के लिए टेलीविज़न अधिकार उप-लाइसेंस किए थे जो अब अनुबंध उल्लंघन के आरोपों के कारण समाप्त हो गए हैं।

समझौते की समाप्ति का कारण

ज़ी ने बुधवार को बताया कि स्टार इंडिया ने 20 जून को अनुबंध उल्लंघन का हवाला देते हुए इस समझौते को समाप्त कर दिया। यह मूल समझौता, जो 26 अगस्त 2022 को हस्ताक्षरित हुआ था, ज़ी को प्रमुख ICC टूर्नामेंट्स जैसे कि ICC पुरुष T20 विश्व कप और ICC पुरुष क्रिकेट विश्व कप के प्रसारण में एक प्रमुख खिलाड़ी बना रहा था।

मध्यस्थता और वित्तीय विवाद

यह समाप्ति स्टार इंडिया द्वारा मार्च में शुरू की गई मध्यस्थता प्रक्रिया के बाद आई है, जिसमें कंपनी ने या तो ज़ी द्वारा समझौते के विशिष्ट प्रदर्शन या अज्ञात क्षतिपूर्ति की मांग की थी। ज़ी ने यह भी खुलासा किया कि स्टार इंडिया अब चल रही मध्यस्थता प्रक्रिया में क्षतिपूर्ति की मांग कर रहा है, जो अभी तक निर्धारित नहीं की गई है।

वित्तीय विवाद और आरोप

पिछले वर्ष स्टार ने ज़ी को पत्र भेजे थे, जिसमें उन्होंने अनुबंध के उल्लंघन का आरोप लगाया था, जो $203.56 मिलियन (₹1,693.42 करोड़) के पहले किस्त की अदायगी में देरी के कारण था, साथ ही बैंक गारंटी कमीशन और जमा ब्याज की ₹17 करोड़ की अदायगी और वित्तीय प्रतिबद्धताओं का उल्लेख किया गया था। ज़ी ने अपने खुलासे में कहा कि उनके कानूनी सलाह के अनुसार स्टार ने अनुबंध के अनुसार कार्य नहीं किया है और आवश्यक अनुमोदन और दस्तावेज़ीकरण को पूरा नहीं किया है।

अनुबंध की अस्वीकृति और वित्तीय प्रभाव

ज़ी ने यह भी तर्क दिया है कि स्टार इंडिया की कार्यवाही अनुबंध की अस्वीकृति के समान है। कंपनी ने बैंक गारंटी कमीशन और ब्याज व्यय के लिए ₹72.14 करोड़ की राशि और स्टार इंडिया से ₹68.54 करोड़ की वापसी की मांग की है।

अगस्त 2022 में स्टार इंडिया ने $3.03 बिलियन में ICC टूर्नामेंटों के मीडिया अधिकार जीते थे। इसके बाद उन्होंने ज़ी को टेलीविज़न अधिकार उप-लाइसेंस किए, जो एक प्रतिद्वंद्वी नेटवर्क था। प्रारंभिक समझौता ज़ी के लिए एक रणनीतिक कदम था, जिसने अपने टेन स्पोर्ट्स नेटवर्क को सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया को बेचने के बाद खेल प्रसारण क्षेत्र में वापसी की थी।

वित्तीय समर्थन की कमी

यह उप-लाइसेंसिंग समझौता कई शर्तों को पूरा करने पर निर्भर था, जिसमें वित्तीय प्रतिबद्धताएँ, बैंक गारंटी, कॉर्पोरेट गारंटी, और ICC से अंतिम अनुमोदन शामिल थे। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के अनुसार, ज़ी की इन प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की क्षमता सोनी के साथ उसके अब समाप्त हो चुके विलय पर निर्भर थी, जिससे $1.5 बिलियन से अधिक का वित्तीय समर्थन मिल सकता था। इस वित्तीय समर्थन के बिना, ज़ी इस समझौते के तहत अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में संघर्ष कर रहा था।

ज़ी का कानूनी पक्ष और भविष्य की रणनीति

ज़ी के प्रबंधन का मानना है कि स्टार इंडिया ने अपनी जिम्मेदारियों को पूरा नहीं किया, जिसमें आवश्यक अनुमोदन सुरक्षित करना और आवश्यक दस्तावेज़ीकरण को पूरा करना शामिल था, जिससे अनुबंध का उल्लंघन हुआ। ज़ी का बोर्ड स्थिति की निगरानी कर रहा है और उनका मानना है कि कंपनी के पास मध्यस्थता प्रक्रिया में अपनी रक्षा करने के लिए मजबूत आधार हैं। उन्हें इस विवाद से किसी भी महत्वपूर्ण प्रतिकूल प्रभाव की उम्मीद नहीं है और उन्होंने अपने वित्तीय वक्तव्यों में कोई समायोजन नहीं किया है।

भविष्य की संभावनाएँ

समाप्त हो चुके इस समझौते ने ज़ी को प्रमुख ICC पुरुषों की घटनाओं के लिए विशेष टेलीविज़न अधिकार दिए होते, जिसमें दो ICC पुरुष T20 विश्व कप (2024, 2026), ICC पुरुष चैंपियंस ट्रॉफी (2025), और ICC पुरुष क्रिकेट विश्व कप (2027) शामिल हैं, साथ ही प्रमुख ICC U-19 टूर्नामेंट्स भी शामिल हैं।

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