विधानसभा सचिवालय को मिली इस्तीफे की चिट्ठी
समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, अखिलेश यादव ने बुधवार को करहल सीट से विधायक पद से इस्तीफा (akhilesh yadav resigns) दे दिया। उन्होंने 2024 के संसदीय चुनावों में कन्नौज लोकसभा सीट से जीत (akhilesh yadav lok sabha election) हासिल की और अब वहीं से प्रतिनिधित्व करेंगे। विधान सभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे के कार्यालय को उनके इस्तीफे की चिट्ठी मिली है। अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से लगभग 1.71 लाख वोटों से जीत दर्ज की।
दो सीटों में से एक छोड़ने का निर्णय
11 जून को, अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा देने का निर्णय घोषित किया था। उन्होंने कहा, “मैंने करहल और कन्नौज के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उन्हें बताया कि चूंकि मैंने दो सीटों से चुनाव जीता है, मुझे एक सीट छोड़नी होगी। इसलिए मैं जल्द ही विधान सभा सीट छोड़ने की जानकारी दूंगा।”
अवधेश प्रसाद का भी इस्तीफा
फैजाबाद लोकसभा सीट (जिसमें अयोध्या आता है) से जीत हासिल करने वाले अवधेश प्रसाद ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें 2022 के यूपी चुनाव में मिल्कीपुर विधानसभा सीट से चुना गया था।
नया नेता प्रतिपक्ष होगा पीडीए वर्ग से
एसपी विधानसभा में नया नेता प्रतिपक्ष नामित करेगी, जिसमें पार्टी नेताओं ने संकेत दिया है कि पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) वर्ग की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। एसपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील सिंह यादव ‘साजन’ ने कहा, “यह निश्चित है कि नया नेता प्रतिपक्ष पीडीए वर्ग से होगा। हमारे पीडीए का मतलब है पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक। इस निर्णय को हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लेंगे।”
संभावित नामों में शिवपाल सिंह यादव, राम अचल राजभर और इंद्रजीत सरोज
नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए राजनीति गलियारों में जो नाम चर्चा में हैं, उनमें वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव, पांच बार के विधायक राम अचल राजभर और विधानसभा में उपनेता इंद्रजीत सरोज शामिल हैं।
इस प्रकार, अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में नया मोड़ आ गया है और आने वाले दिनों में नया नेता प्रतिपक्ष चुनने की प्रक्रिया तेज हो जाएगी।